गाजीपुर जिले के भदौरा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर 13 नवंबर 2024 को वृहद मानसिक स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया। इस शिविर का उद्घाटन सब डिविजनल मजिस्ट्रेट संजय यादव और ब्लॉक डेवलपमेंट ऑफिसर त्रिवेणी राम द्वारा किया गया। इस महत्वपूर्ण आयोजन में क्षेत्र के कई विशेषज्ञ डॉक्टरों और स्वास्थ्यकर्मियों ने भाग लिया, जिनमें प्रमुख रूप से अधीक्षक एवं प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ. धनंजय आनंद, डॉ. हारून, डॉ. आशीष राय और डॉ. सुनील कुमार उपस्थित थे।
इस शिविर में मानसिक स्वास्थ्य से जुड़े कई पहलुओं पर चर्चा की गई और लोगों को मानसिक बीमारियों के बारे में जागरूक करने का प्रयास किया गया। मनोचिकित्सक एवं सामाजिक कार्यकर्ता गौरव कुमार गिरि ने मानसिक स्वास्थ्य और उसके उपचार के महत्व को समझाते हुए बताया कि मानसिक बीमारी भी अन्य बीमारियों की तरह होती है और इसका सही उपचार और परामर्श से समाधान संभव है। वहीं, क्लिनिकल साइकोलॉजिस्ट अंकित आनंद ने नशे के विभिन्न प्रकार और उसके असर के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि नशे की लत से उबरने में काउंसलिंग और सही परामर्श का अहम योगदान है।इस शिविर में फ्लोरोसिस जैसी गंभीर समस्या पर भी ध्यान केंद्रित किया गया। रवि चौरसिया ने उपस्थित लोगों को फ्लोरोसिस के कारण, इसके लक्षण और बचाव के उपायों के बारे में जानकारी दी।
इसके अलावा, कान संबंधी बीमारियों के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए महताब आलम ने शिविर में लोगों का कान का परीक्षण किया और इस दिशा में कई महत्वपूर्ण जानकारियाँ साझा कीं।शिविर में आम जनता को अन्य सामान्य बीमारियों जैसे शुगर, बीपी और कैंसर के बारे में भी जागरूक किया गया। आशीष श्रीवास्तव ने इन बीमारियों के लक्षण और बचाव के उपायों के बारे में विस्तार से समझाया। शिविर के दौरान स्टाफ नर्स सतीश कुमार और सीएचओ ने उपस्थित लोगों की बीपी और शुगर की जाँच की, जिससे शुरुआती स्तर पर बीमारी का पता लगाया जा सके। इसके साथ ही, फार्मेसी इंचार्ज सुरेंद्र यादव ने मरीजों को आवश्यक दवाओं का वितरण किया।इस व्यापक शिविर में कुल 298 मरीजों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया, जिसमें 19 मानसिक रोगियों की पहचान की गई और उनका उपचार शुरू किया गया।
इनमें से 8 उच्च जोखिम वाले मरीजों को जिला चिकित्सालय रेफर कर दिया गया ताकि उनका बेहतर इलाज हो सके। इस शिविर ने मानसिक स्वास्थ्य और अन्य स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता फैलाने में एक अहम भूमिका निभाई और इसे क्षेत्र की जनता ने भी सराहा।इस तरह के आयोजन न केवल बीमारी के इलाज में मददगार साबित होते हैं, बल्कि लोगों में जागरूकता बढ़ाकर एक स्वस्थ समाज की ओर कदम बढ़ाने में भी सहायक होते हैं।