
दिलदारनगर| स्थानीय थाना क्षेत्र में दहेज उत्पीड़न का एक गंभीर मामला सामने आया है। पीड़िता अनीता देवी, पुत्री अजीज मिया, निवासी मोहल्ला दिलदारनगर, जिला गाजीपुर ने अपने पति और ससुराल पक्ष के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है।
पीड़िता ने बताया कि उसका विवाह 5 मई 2016 को मुकेश कुमार उर्फ योगेश लाल श्रीवास्तव, पुत्र कैलाश लाल, निवासी बारह पत्थर, डेहरी, जिला रोहतास (बिहार) से हुआ था। विवाह के समय नोटरी मजिस्ट्रेट बक्सर के समक्ष दस्तावेज तैयार किए गए थे, जिसमें पति ने पत्नी धर्म का पालन करने का वचन दिया था। विवाह के बाद से उनके दो बच्चे हुए, जिनका नाम शनि (3 वर्ष) और कल्लू (4 वर्ष) है।
अनीता देवी ने आरोप लगाया कि उनकी सास रूबी और पति मुकेश कुमार ने शादी के तुरंत बाद से उन्हें दहेज के लिए प्रताड़ित करना शुरू कर दिया। सास ने यह कहते हुए मारपीट की कि “तुमने सस्ते में मेरे बेटे को फंसा लिया, दहेज में कुछ भी नहीं लाईं। जब तक मोटरसाइकिल, टीवी और फ्रिज लेकर नहीं आओगी, तब तक तुम्हें घर में नहीं रखूंगी।”
पीड़िता ने आरोप लगाया कि पति और सास ने मिलकर उन्हें शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित किया और दहेज न लाने पर जान से मारने की धमकी दी। अंततः उन्होंने अनीता देवी और उनके बच्चों को घर से निकाल दिया।
पीड़िता पिछले छह महीने से अपने मायके में रह रही हैं। इस दौरान पति ने उनकी कोई खोज-खबर नहीं ली। आर्थिक तंगी और बीमारी के कारण उनके मासूम बच्चे शनि और कल्लू भुखमरी का शिकार हो रहे हैं।
थाना प्रभारी निरीक्षक अशोक कुमार मिश्रा ने बताया कि मामले की गंभीरता को देखते हुए मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और दोषियों के खिलाफ उचित कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
संवाददाता {प्रधान शिष्यअजय}

